मार्जिन ट्रेडिंग (Margin Trading) एक तरह से उधार लिए गए पैसे से की गई ट्रेडिंग होती है इस ट्रेडिंग में हम अपने ब्रोकर से पैसा उधार लेते हैं तथा उसके बदले में उसे ब्याज देते हैं। मार्जिन ट्रेडिंग के कुछ फायदे तथा कुछ नुकसान भी होते हैं इसमें अगर किसी ट्रेडर के पास ज्यादा पैसा नहीं है लेकिन वह अपने अच्छी स्ट्रेटजी बनाकर काम कर सकता है और उसे अपने काम पर पूरा विश्वास है तो बिना पैसे भी वह ट्रेडिंग कर सकता है और अच्छा पैसा बना कर मार्जिन मनी को वापिस भी कर सकता है।
मार्जिन ट्रेडिंग के लिए सेबी अभी कुछ नियम और शर्तें भी लेकर आ रहा है क्योंकि यह एक ऐसा जाल है जिसमें नए ट्रैक्टर फस जाते हैं और उन्हें काफी ज्यादा नुकसान उठाना पड़ता है क्योंकि नई ट्रेडर को किसी भी स्टॉक में एंट्री तथा एग्जिट की जानकारी नहीं होती और इसी कारण से वह इसमें अपना नुकसान कर लेते हैं क्योंकि पैसा ब्याज पर लिया हुआ होता है इस वजह से उसे नुकसान भी ज्यादा ही हो जाता है और वह दोबारा से शेयर बाजार में आने से डरता है।
लेकिन वही किसी अच्छे तथा पुराने ट्रेडर के लिए यह एक अच्छी कमाई का जरिया भी बन सकता है क्योंकि वह अपनी नॉलेज या ज्ञान के अनुसार ट्रेड करके अच्छा पैसा बना सकता है। आपको अगर मार्जिन लेकर ट्रेडिंग करनी है तो आप अपने ट्रेडर से एमटीएफ यानी मार्जिन ट्रेडिंग फैसिलिटी को चालू करवा सकते हैं इसके लिए ब्रोकर आपसे इसे शुरू करने के लिए परमिशन लेगा और कुछ ईसाइन वगैरह भी चालू करवाएगा जिसकी वजह से ब्रोकर को आप परमिशन देंगे कि वह आपको मार्जिन फैसिलिटी देगा जिस पैसे से आप आने वाले समय में ट्रेड कर सकते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए मार्जिन
कुछ ब्रोकर इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको 5 गुना तक की मार्जिन फैसिलिटी प्रदान करते हैं इसका अर्थ यह है कि अगर आपके पास ₹25000 हैं और आप रीडिंग करना चाहते हैं तो आप ₹125000 के शेर खरीद सकते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए मार्जिन देना ब्रोकर के हाथ में होता है और अलग-अलग ब्रोकर अलग अलग तरीके से मार्जिन देते हैं और उनके लिए चार्ज करते हैं।
किसी भी नए ट्रेडर को मार्जिन फैसिलिटी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इसमें बहुत ज्यादा जोखिम होता है जिसकी वजह से नई ट्रेडर अक्सर नुकसान करते हैं और उस नुकसान की वजह से वह दोबारा मार्केट में आने से डरते हैं या मार्केट में अपना पैसा लगाने का साहस नहीं कर पाते इस वजह से
मार्जिन ट्रेडिंग के लिए खाता कैसे खोलें
अगर आप मार्जिन ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको किसी अलग जगह पर खाता खुलवाने की जरूरत नहीं होती है आप अपने ब्रोकर से बात करके मार्जिन ट्रेडिंग फैसिलिटी (MTF) शुरू करवा सकते हैं और आसानी से मार्जिन ट्रेडिंग करना चालू कर सकते हैं।
इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी यह है कि आप मार्जिन ट्रेडिंग शुरू करने से पहले अपने ब्रोकर से उसके चार्जेस तथा ब्याज के बारे में अवश्य पता करें क्योंकि आप यह जानकारी लिए बगैर ट्रेड करेंगे तो आपको काफी ज्यादा नुकसान हो सकता है और जिसको भर पाना बहुत ही मुश्किल होता है।
मार्जिन ट्रेडिंग कैसे शुरू करें
मार्जिन ट्रेडिंग शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको अपने ब्रोकर से मार्जिन ट्रेडिंग फैसिलिटी को शुरू करवाना होता है तथा उसके बाद आप आपके ब्रोकर द्वारा दिए गए मार्जिन के साथ ट्रेडिंग कर सकते हैं।
मार्जिन ट्रेडिंग इंट्राडे तथा शार्ट स्विंग ट्रेडिंग के लिए इस्तेमाल की जा सकती है। यह संपूर्ण है आपके ब्लॉक कर पर निर्भर करता है कि वह आपको किस तरीके की मार्जिन ट्रेडिंग के लिए आपको अलाव करता है और कितने प्रतिशत की मार्जिन ट्रेडिंग फैसिलिटी शुरू करता है और उसके चार्ज निर्धारित करना भी ब्लॉक कर के हाथ में होता है इसलिए आप अपने ब्रोकर से संपर्क करके पहले यह सारी जानकारी इकट्ठा जरूर कर लें और उसके बाद ही आप मार्जिन ट्रेडिंग शुरू करें।
मार्जिन ट्रेडिंग एक नया नया फार्मूला शेयर बाजार में आया है और अभी है काफी ज्यादा प्रचलित हो रहा है क्योंकि बहुत से लोग ऐसे होते हैं जिनके पास ट्रेडिंग का ज्ञान तो होता है लेकिन लगाने के लिए पैसे नहीं होते तो अब वह अपने लिवरेज अमाउंट के साथ मार्जिन का इस्तेमाल करके मार्जिन ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं और अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
आइए मार्जिन ट्रेडिंग को अब उदाहरण के साथ समझने का प्रयास करते हैं जैसे कि आप किसी ट्रेड को लेते हैं जैसे कि आप ऑप्शन इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते है तो तो आप ₹10000 के साथ मार्केट में आते हैं और ₹50000 अपने ब्रोकर से मार्जिन लेकर ट्रेड करते हैं तो इस ट्रेड से होने वाला फायदा भी आपका होता है और इसमें होने वाला नुकसान भी आपका ही होता है लेकिन ब्रोकर अपने मार्जिन मनी के बदले आपसे कुछ रुपए चार्ज करता है या कुछ प्रतिशत में यह अमाउंट होता है जो वह चार्ज करता है इसकी जानकारी आप पहले ही परोपकार से ले सकते हैं।
मार्जिन ट्रेडिंग के फायदे | Benefits of Margin Trading
- मार्जिन ट्रेडिंग की सहायता से आप कम पैसे लगाकर भी आप ज्यादा पैसे की ट्रेडिंग कर सकते हैं और ज्यादा प्रॉफिट कमा सकते हैं।
- मार्जिन ट्रेडिंग में आपको छोटी अवधि के लिए ट्रेड की लेना होता है और जल्दी ही उससे प्रॉफिट कमा कर बाहर निकलना होता है।
- मार्जिन ट्रेडिंग में आप ब्रोकर को ब्याज देखकर आसानी से मार्जिन उपलब्ध करवा सकते हैं आजकल ब्रोकर आसानी से यह सुविधा अपने ट्रेडर को देते हैं
- मार्जिन ट्रेडिंग में आपको 5 से 6 गुना तक का मार्जिन आसानी से मिल जाता है इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए और 2 गुना तक का मार्जिन आपको छोटी अवधि में ट्रेड करने के लिए आजकल ब्रोकर उपलब्ध करवा रहे हैं।
मार्जिन ट्रेडिंग के नुकसान | Disadvantage of Margin Trading
- मार्जिन ट्रेडिंग में अगर ट्रेडर को नुकसान होता है तो सारा नुकसान उसे खुद ही भुगतना पड़ता है साथ में ब्रोकर तो अपने margin ke पैसे का चार्ज वसूल करता है।
- इस तरह की ट्रेडिंग में अक्सर नए ट्रेडर को ज्यादा नुकसान होता है क्योंकि उसे अभी बाजार के बारे में संपूर्ण जानकारी नहीं होती और अक्सर वह अपना नुकसान कर लेता है क्योंकि वह कम पैसे में ज्यादा प्रेरित कर रहा होता है इस वजह से उसे नुकसान भी ज्यादा ही होता है और साथ में ब्रोकर को भी डाल देना होता है।
- मार्जिन ट्रेडिंग में ट्रैक्टर को सीमित समय के लिए ही पैसा मिलता है और उस अवधि के अंदर उसे अपने ट्रेड को उसके रोक करना अति आवश्यक होता है।
- मार्जिन ट्रेडिंग के लिए सेबी नए नियम ला रही है जिसमें नई ट्रेडर को मार्जिन सुविधा उपलब्ध नहीं होगी।
जैसा कि हमने मार्जिन ट्रेडिंग के बारे में संपूर्ण जानकारी हासिल करने की कोशिश की है और आशा करता हूं कि आपको यह जानकारी काफी अच्छी लगी होगी और ऐसी ही जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारी वेबसाइट पर विजिट करते रहें और ऐसे ही शेयर बाजार से जुड़ी विभिन्न जानकारियों को पढ़ते रहें जिससे कि आप अपने प्रोफिट को और बढ़ा सकें।
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FAQs
मार्जिन पर स्टॉक खरीदने से क्या
मार्जिन पर स्टॉक खरीदने से आप अपने प्रॉफिट को और बना सकते हैं और उससे होने वाले लाभ ह ज्यादा मात्रा में ले सकते हैं।
क्या मुझे मार्जिन ट्रेडिंग का उपयोग करना चाहिए?
मार्जिन ट्रेडिंग एक बहुत ही जोखिम भरा कदम होता है अगर आपको आपके ट्रेड लेने पर पूरा भरोसा है तभी आप इसे इस्तेमाल करें अन्यथा आपको इस पर बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है क्योंकि इसमें आपको नुकसान भी मार्जिन मनी के साथ होता है तथा ब्रोकर को भी चार्ज पे करने पड़ते हैं।
एंजल ब्रोकिंग में मार्जिन क्या है
एंजेल वन में मार्जिन आप 5 गुना तक इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए ले सकते हैं तथा इसके लिए कुछ प्रतिशत चार्ज आपको एंजेल 1 को देना होता है और उसके बदले में आप उससे मार्जिन मनी ले सकते हैं
margin trading facility (MTF) क्या होती है।
मार्जिन ट्रेडिंग फैसिलिटी जो कि एक ब्रोकर द्वारा दी गई वह सुविधा है जिसमें आप कम पैसे में ज्यादा रेट ले सकते हैं और ज्यादा प्रॉफिट कमा सकते हैं इसका उपयोग करने के फायदे के साथ-साथ नुकसान भी होता है।
नया मार्जिन नियम क्या है
नए मार्जिन नियम में कोई भी निवेशक अपना दे देता है तो वह है 80% रुपए अपने खाते में प्राप्त करता है तथा बचे हुए 20% राशि को वह टी प्लस 1 दिन में प्राप्त करता है।
सेबी का नया मार्जिन ट्रेडिंग नियम क्या है?
अभी अभी हाल ही में एक नया वर्जन ट्रेडिंग नियम ला सकती है जिसमें वह नई ट्रेक्टर के लिए इमरजेंसी सुविधा को उपलब्ध नहीं होने देगी जिससे कि नए ट्रैडर को नुकसान ना हो क्योंकि नया ट्रैडर ज्यादातर अपना नुकसान कर लेता है।